क्या है लॉन्ग covid के लक्षण

What is Long Covid - आज हम लेके आये है कोरोना के बारे में एक ऐसी इनफार्मेशन जिसे सुनकर आप हैरान हो सकते हो. क्या है ये जानकारी और हम ऐसा क्यों बोल रहे है. यही सोच रहे होंगे आप सभी. हम ऐसा इसलिए बोल रहे है क्यों की जो लोग कोरोना से संक्रमित हो जाते है उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है. कुछ दिनों तक वो अपने घर में ही रहते है ख़ुशी तब होती है जब उनकी कोरोना रिपोर्ट फिर से नेगेटिव आती है. लेकिन ये पूरा सच नहीं है.

 कुछ लोगो इसके बाद भी किसी ना किसी प्रोबलम में बने रहते है. आज हम ऐसी सच के बारे में बताने जा रहे है. हमारा ये आर्टिकल पूरा पढ़े.

What is Long Covid और  Post Covid Syndrome क्या होते है ?

जिन लोगो को  भी कोरोना हुवा है हल्के कोरोना के लक्षण है. वो कुछ ही दिनों के अंदर नेगेटिव हो जाते है. लेकिन कुछ ऐसे कोरोना मरीज भी होते है जिनको कोरोना से रिकवर होने में काफी टाइम लग जाता है. ऐसे मरीजों को  Severe symptoms  जैसी दिक्क़ते रहती है. उनमे से तक़रीबन 50  % लोगो को 6 माह तक कुछ ना कुछ समस्या होती रहती है. उनको साँस लेने में दिक्क्त , सर दर्द , खासी (हलकी), स्वाद महसूस ना होना, थकान इत्यादि ऐसी जो प्रॉब्लम्स समाने आती है इन्ही को ही What is Long Covid और  Post Covid Syndrome कहते है.

 

What is Long Covid ?

Long Covid की दिक्क़ते महिलाओ में अधिक

क्या आपको पता है ? ऐसी प्रॉब्लम्स पुरुषो के तुलना में महिलाओ में अधिक पायी जाती है. इसका प्रमाण एक सर्वे से मिला है. ये सर्वे ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिसटिक्स , ब्रिटेन ने किया है. यह सर्वे 20 हजार लोगो पर किया गया. सर्वे में रिजल्ट आया की जो पुरुष कोरोना से पॉजिटिव से नेगेटिव हुवे है. उनमे से हर पाचवे पुरुष में से 1 पुरुष को नेगेटिव होने के बाद भी पांच से 12 वीक तक कोरोना के हल्के लक्षण देखने को मिले। ये प्रोबलम महिलाओ में दोगुनी से भी ज्यादा पायी गयी.

 

Long Covid के कुछ ऐसे लक्षण जिन्हे इग्नोर करना भारी पड़ सकता है.

कोरोना का एक सिम्टम खासी आना भी है. आपकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव गई है. इसके बावजूद भी आपको लगातर खासी रही है. तोह ये एक बड़ी समस्या हो सकती है. इससे आपकी श्वसन नली में  इंफेक्शन हो सकता है. अगर ऐसा होता है तोह आपको ये खासी कई लम्बे समय बनी रहने की सम्भावना बढ़ जाती है.

Covid 19 के  मरीजों को यदि ये लम्बे टाइम तक बना रहता है वो उनको डायरिया भी हो सकता है. डायरिया में आपकी पाचन क्रिया ख़राब हो जाती है.

कोविड-19 का सबसे बुरा असर साँस लेने में तकलीफ होना है. अगर ऐसा होता है तोह कोरोना मरीज की डेथ तक हो जाती है. अगर कोरोना लम्बे टाइम तक रहा और उसका  इंफेक्शन फेफड़ो तक चला गया तोह मरीज को Loss of Breath भी हो सकता है.

 

कोरोना के मरीजों को भूख भी कम लगने लग जाती है. उनको भोजन का स्वाद आना भी कम हो जाता है. कई लोगो को तोह भूख तक नहीं लगती है. ना उनको भोजन करने का मन भी नहीं होता। इस प्रकार की  प्रॉब्लम  लम्बे समय तक रह सकती है.

 

कुछ ऐसे कोरोना मरीज भी मिलते है जिनकी आवाज में भारीपन   जाता है. उन कोरोना मरीजों के गले में दर्द रहने लग जाता है. कुछेक के तोह गले में खराश तक रहती है. और भी कई  की दिक्क़ते हो सकती है जो कुछ वीक तक बनी रहती है.

कुछ अध्ययन में तो ऐसा भी पाया है की कोरोना मरीजों को कमजोरी बनी रहती है. ये कमजोरी बस कुछ मरीजों को ही हो सकती है. ऐसे मरीजों को शरीर में कमजोरी व् थकान बनी रहती है.

 

डिस्क्लेमर - दोस्तों, हम ऐसी जानकारी होने का दावा नहीं करते है. हमने ये जानकारी ऑनलाइन व् ऑफलाइन के माध्यम से  जुटाई है.

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